मिजोरम भारत का एक उत्तर पूर्वी राज्य है।
मिजोरम में साक्षरता का दर भारत में सबसे ज्यादा 91.03%% है। यहाँ की
राजधानी आईजोल है। 1987 को यह भारत का 23वां राज्य बना। पूर्व और दक्षिण
में म्यांमार और पश्चिम में बंग्लादेश के बीच स्थित होने के कारण भारत के
पूर्वोत्तर कोने में मिज़ोरम सामरिक दृष्टि से अत्यधिक महत्वपूर्ण राज्य हैं। मिज़ोरम में प्राकृतिक सौंदर्य बिखरा पड़ा
है तथा इस क्षेत्र में प्रकृति की विभि्न छटाएं देखने को मिलती हैं। यह
क्षेत्र विभिन्न प्रजातियों के प्राणियों तथा वनस्पतियों से संपन्न हैं।
मिज़ो’ शब्द की उत्पत्ति के बारे में ठीक से ज्ञात नहीं है। मिज़ोरम
शब्द का स्थानीय मिज़ो भाषा में अर्थ है, पर्वतनिवासीयों की भूमि। 19वीं
शताब्दी में यहां ब्रिटिश मिशनरियों का प्रभाव फैल गया और इस समय तो
अधिकांश मिज़ो लोग ईसाई धर्म को ही मानते हैं। मिज़ो भाषा की अपनी कोई लिपि
नहीं है।
राज्य - मिजोरम
राज्य दिवस - 20 फ़रवरी
राजधानी - आईजोल
उच्च न्यालय - गुवाहाटी
क्षेत्रफल - 21,087 किमी
जिले - 08
सीमा - उत्तर में असम मणिपुर, पूर्व में दक्षिण में मयन्मार तथा पश्चिम में त्रिपुरा एवं बांग्लादेश
प्रमुख शिखर - ब्लू पर्वत (2,165) मीटर
नदियाँ - लावंग, सोनी, कोलोदीन, कर्नाफुली तथा बराक
वन्य प्राणी बिहार - डाम्पा
राजकीय पशु - सुनहरा विलाव
राजकीय पक्षी - बलेथल तेर्गो पेन
भाषाएँ - मिज़ो और अंग्रजी
जनसँख्या - 10,91,014 (Census 2011)
ग्रामीण जनसँख्या - 50.37% (Census 2001)
नगरीय जनसँख्या - 49.63% (Census 2001)
जनसँख्या घनत्व - 52 प्रति वर्ग किमी
लिंगानुपात - 935
साक्षरता दर - 91.6 % (Census 2011)
पुरुष साक्षरता दर - 90.7%
महिला साक्षरता दर - 86.7%
विधान मंडल - एक सदनात्मक
विधान मंडल सदस्यों कि संख्या - 40
लोकसभा सदस्यों कि संख्या - 01
राज्य सभा सदस्यों कि संख्या - 01
प्रमुख खाद्दान्न - चावल
अन्य फसलें (other Crops) - मक्का, दालें, मिर्च, गन्ना, अदरक, तम्बाकू, हल्दी, फै तथा सब्जियां
सिचाई तथा विद्दुत परियोजनाएं - वानवा, खाविबा तथा तुईकुमलुई
कला एवं संस्कृति - बांस-नृत्य, खाटम, चिरवाकान, छेइ इयाम तथा सोनोकिया नृत्य । विशिस्ट शालों का निर्माण ।
मिजोरम के कुछ महत्वपूर्ण बिन्दु - (i) मिजो लोगो को पहले बहार के लोग लुशाई कहते थे । मिजो का अर्थ है पहाड़ी आदमी । (ii) मिजोरम पर्वतीय प्रदेश है । 20 फरवरी, 1987 को यह भारत का 23वा राज्य बना था (iii) 1972 में केन्द्रशासित प्रदेश बने से पहले तक यह आसाम का एक जिला था । (iv) 1890 में यह प्रदेश आसाम में एक जिले के रूप में मिला दिया गया । (v) 1891 में ब्रिटिश कब्जे में जाने के बाद कुछ वर्षो तक उत्तर का लुशाई पर्वतीय क्षेत्र आसाम के और दक्षिणी भाग बंगाल के अधीन रहा।
(i) 1898 में दोनों को मिलाकर एक जिला बना दिया गया जिसका नाम था - लुशाई हिल्य जिला और और यह असम के मुख्य आयुक्त के प्रशासन में था । (ii) 1972 में पूर्वोत्तर क्षेत्र पुनर्गठन अधिनियम लागू होने पर मिजोरम को केन्द्रशासित प्रदेश का दर्ज मिल गया । (iii)
भारत सरकार और मिजो नेशनल फ्रंट के बिच 1986 में हुए ऐतिहासिक समझौते के
अंतर्गत 20फ़रवरी, 1987 को इसे पूर्ण राज्य का दर्ज़ा दिया गया । (iv) राज्य में लगभग सभी प्रकार के पेड़-पौधे पाए जाते है । 19वी शताब्दी में यहाँ ब्रिटिश मिशनरियों का प्रभाव फ़ैल गया और इस समय अधिकांश मिजो लोग इशाई धर्म को ही मानते है ।
(i) मिजोरम के 60% लोग लोग खेती करते है । कृषि की मुख्य प्रणाली झूम खेती है । (ii) मिजो काबिले में अनेक उपजातियां है जैसे - लुशाई, हमार, राल्टे, चकमा पबी (पोई) व् लाखेर (मारा)। इनकी भाषा तिब्बती बर्मा समूह की है व् रोमन लिपि में लिखी जाती है । (iii) इनके नृत्य में 'चेराव' लोक नृत्य बहुत ही लोकप्रिय है, यह किसी की अकाल मृत्यु पर दिवंगत आत्मा के सम्मान के लिए किया जाता है।
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