आंध्र प्रदेश (Andhra Pradesh) - नवीनतम (जनगणना 2011 के अनुसार)
आंध्र प्रदेश - क्षेत्रफल एवं population की दृष्टी से Andhra Pradesh का भारत में चौथा स्थान है आंध्र प्रदेश के उत्तरी भाग में मध्य प्रदेश तथा उड़ीसा, पश्चिम में महाराष्ट्र तथा कर्नाटक एवं दक्षिण में तमिल नाडु स्थित है । पूर्व में यह राज्य बंगाल की खाड़ी में 960 किलोमीटर लम्बी तटीय रेखा से घिरा हुवा है। यह हमारे देश का अत्यंत उपजाऊ प्रदेश है तथा चावल की सार्वधिक उपज के कारण " राइस बाउल (कटोरा) ऑफ़ इंडिया" के नाम से प्रसिद्ध है । यहाँ बहुत अच्छी किस्म के चावल भी होते है। इस राज्य का अपना एक अत्यंत गौरवमय इतिहास
है । यहाँ अनेक महान बुद्धिजीवी, समाज सुधारक व स्वतंत्रता सेनानी हुए
जिहोने राष्ट्र निर्माण में विशेष योगदान दिया। यहाँ मुगलों वो नबाबो की
बिरासत वास्तुकला के रूप में देखने को मिलती है। जिहोने चारमीनार
जैसे अनेक सुन्दरतम भवनों का निर्माण किया। यहाँ के लोग अत्यंत शीधे - सरल
स्वभाव, धार्मिक बिचारों के होते है । राज्य में आज तेजी विकास से कार्य
हो रहे है।
Andhra Pradesh is one of the 29 states of India,
situated on the country's southeastern coast. It is India's fourth
largest state by area and fifth largest by population. Its capital and
largest city is Hyderabad. Andhra Pradesh is bordered by Maharashtra,
Chhattisgarh and Orissa in the north, the Bay of Bengal in the east, Tamil Nadu to the south and Karnataka to the west.
आंध्र प्रदेश एक दृष्टी में - नवीनतम Updates
राज्य - आंध्र प्रदेश
राज्य दिवस - 01 Nov
राजधानी - हैदराबाद
उच्च न्यायालय - हैदराबाद
क्षेत्रफल - 2,75,069 (Census - 2011)
सर्वाधिक क्षेत्रफल वाला जिला - अनंतपुर Anantpur
सर्वाधिक न्यूनतम क्षेत्रफल वाला जिला - हैदराबाद Hyderabad
सीमा - उत्तर में उड़ीसा, छतीसगढ़, पश्चिम में महाराष्ट्र वो कर्नाटक, दक्षिण में तमिल नाडु तथा पूर्व में बंगाल की खाड़ी ।
सर्वोच्य चोटी - महेंद्र गिरी (उचाई - समुंद्र तल से 1500 मीटर)
जलवायु - उष्ण (Port Area)
राज्य दिवस - 01 Nov
राजधानी - हैदराबाद
उच्च न्यायालय - हैदराबाद
क्षेत्रफल - 2,75,069 (Census - 2011)
सर्वाधिक क्षेत्रफल वाला जिला - अनंतपुर Anantpur
सर्वाधिक न्यूनतम क्षेत्रफल वाला जिला - हैदराबाद Hyderabad
सीमा - उत्तर में उड़ीसा, छतीसगढ़, पश्चिम में महाराष्ट्र वो कर्नाटक, दक्षिण में तमिल नाडु तथा पूर्व में बंगाल की खाड़ी ।
सर्वोच्य चोटी - महेंद्र गिरी (उचाई - समुंद्र तल से 1500 मीटर)
जलवायु - उष्ण (Port Area)
राजकीय पशु - चौसिंगा
राजकीय पक्षी - धूसर हवासील
जिलों की संख्या - 23
विधानमंडल - एक सदनीय
विधानसभा में सदस्यों की संख्या - 295
विधान परिसद सदस्यों की संख्या - 90
राज्य सभा में सदस्यों की संख्या - 18
लोकसभा में सदस्यों की संख्या - 42
भाषा - तेलगु व उर्दू (Tamil and Urdu)
जन संख्या - 8,46,65,533 (Census 2011)
ग्रामीण जन संख्या - 72.70%
शहरी जन संख्या - 27.30%
जन संख्या घनत्व - 308 Per KM
लिंगानुपात - 978
कुल साक्षरता - 67.7%
पुरुष साक्षरता दर - 70.30%
महिला साक्षरता दर - 50.30%
कुल अनसुचित जाति जन संख्या अनुपात - 16.2%
कुल अनसुचित जन जाति जन संख्या अनुपात - 6.6%
राजकीय पक्षी - धूसर हवासील
जिलों की संख्या - 23
विधानमंडल - एक सदनीय
विधानसभा में सदस्यों की संख्या - 295
विधान परिसद सदस्यों की संख्या - 90
राज्य सभा में सदस्यों की संख्या - 18
लोकसभा में सदस्यों की संख्या - 42
भाषा - तेलगु व उर्दू (Tamil and Urdu)
जन संख्या - 8,46,65,533 (Census 2011)
ग्रामीण जन संख्या - 72.70%
शहरी जन संख्या - 27.30%
जन संख्या घनत्व - 308 Per KM
लिंगानुपात - 978
कुल साक्षरता - 67.7%
पुरुष साक्षरता दर - 70.30%
महिला साक्षरता दर - 50.30%
कुल अनसुचित जाति जन संख्या अनुपात - 16.2%
कुल अनसुचित जन जाति जन संख्या अनुपात - 6.6%
झीलें -
कोलेरू झील (हैदराबाद, मीठे, पानी की झील), हुसेन सागर झील (हैदराबाद -
सिकंदराबाद), उस्मान सागर (हैदराबाद), हिमायत सागर (हैदराबाद), मीर आलम
टैंक, नागार्जुन सागर (हैदराबाद), पखाल झील (वारंगल), रामप्पा झील
(वारंगल).
प्रमुख शहर - विशाखापट्नम, कुर्नुल, गुंटूर, विजयवाडा तथा राजमुंदरी
वन्य जीव विहार - कोरिंगा, एटो नगरम, कवाला(आदिलाबाद), किनारसानी(खमम), नीला पटा, पपिकोड़ा, सिवराम, कोरेलु, परवाल पोचाराम तथा प्रान्हीता ।
उद्योग धंधे
- सूती बस्त्र, चीनी निर्माण, मशीनरी औजार, मेडिसिन उद्योग, सीमेंट,
रसायन, सीसा, उर्बरक, इलेक्ट्रॉनिक सामग्री, भारी बिधुत मशीनरी, वायु यान
की पुर्जे तथा कागज निर्माण (राज्य में हैदराबाद जिले में मशीनरी यन्त्र एच.एम.टी का कारखाना है ।
खनिज पदार्थ - तांबा, अयस्क, कोयला, लोहा, चूना पत्थर, अभ्रक एवं मैगज़ीन आदि । बंदरगाह -
विशाखापत्तनम मुख्या बंदरगाह, अन्य काकिड़ी, मछलिपत्न्म, बिसापुर,
भिमुनिपत्न्म, कृष्णापतनम, बदारेवु तथा कलिंगपतनम। (इसमें विशाखापत्तनम
प्रमुख है।)
कला एवं संस्कृति
- ख़ूबसूरत लकड़ी के खिलौने, 'बिद्री' चांदी का काम, पोचमपल्ली साड़िया,
कामलकारी वस्त्र छपाई, जिसमे प्राकृतिक सांचों का प्रयोग किया जाता है।
आंध्र के प्रथम राजवंश सातवाहन की चर्चा मौर्यकाल के ठीक बाद आती है। सातवाहन वंश की 30 पीढियों ने 450 वर्षो तक राज्य किया था। जिन अन्य राज्यवंशो ने यहाँ पर अपना शासन किया उनमे विजयनगर और क़ुतुबशाही के अलावा निज़ाम के नाम से प्रसिद्ध मीर कमरुद्दीन और उनके वंशज शामिल है।
आंध्र के प्रथम राजवंश सातवाहन की चर्चा मौर्यकाल के ठीक बाद आती है। सातवाहन वंश की 30 पीढियों ने 450 वर्षो तक राज्य किया था। जिन अन्य राज्यवंशो ने यहाँ पर अपना शासन किया उनमे विजयनगर और क़ुतुबशाही के अलावा निज़ाम के नाम से प्रसिद्ध मीर कमरुद्दीन और उनके वंशज शामिल है।
17व़ी शताब्दी के बाद धीरे धीरे ब्रिटिश शासकों ने निजाम के क्षेत्र को अपने राज्य में मिला लिया और एक ही प्रांत 'मद्रास' की स्थापना की।
स्वतंत्रता के बाद तेलगु भाषी क्षेत्र को मद्रास प्रेसीडेंसी से अलग करके 01 Oct 1953 को फज़ल आयोग राज्य का गठन किया गया तथा राज्य पुनर्गठन कानून,1956 से आंध्र प्रदेश के नाम से यह राज्य अस्तित्व में आ गया।
स्वतंत्रता के बाद तेलगु भाषी क्षेत्र को मद्रास प्रेसीडेंसी से अलग करके 01 Oct 1953 को फज़ल आयोग राज्य का गठन किया गया तथा राज्य पुनर्गठन कानून,1956 से आंध्र प्रदेश के नाम से यह राज्य अस्तित्व में आ गया।
फरवरी 1953 में टी. प्रकाशम् (T . Prakasham) आंध्र प्रदेश के मुख्या मंत्री बने।
राज्य के कुल 23 प्रतिसत भाग में वन है। महत्वपूर्ण उत्पाद है टीक, सफ़ेद काजू, बांस आदि।
राज्य के कुल 23 प्रतिसत भाग में वन है। महत्वपूर्ण उत्पाद है टीक, सफ़ेद काजू, बांस आदि।
महत्वपूर्ण सिचाई परियोजनाओ में
नागार्जुन सागर परियोजना, गोदावरी डेल्टा सिस्टम, कृष्ण डेल्टा सिस्टम,
पेन्नार डेल्टा सिस्टम, तुंगभद्र परियोजना, राजोलिबंदा डायवर्सन स्कीम
निज़ाम सागर, पोथार लंका तुंगभद्र निम्न सतह नहर, कुर्नुल कडप्पा परियोजना,
कदम परियोजना शामिल है।
प्रदेश की तेलगु गंगा परियोजना का उद्देश चेन्नई को जलापूर्ति करना प्रमुख है।
प्रदेश की तेलगु गंगा परियोजना का उद्देश चेन्नई को जलापूर्ति करना प्रमुख है।
इसके अलावा अन्य परियोजना जिनपर काम चल रहा है वो हैं; वसुंधरा परियोजना चरण 1
और 2, चगलनाडू एल. ई. स्कीम वेलिगोंदा परियोजना, सोमशील परियोजना, तेलगु
गंगा परियोजना, (T.B.P.H.L.C) चरण 2 पुलिवेंदाला ब्रांच कैनाल के. सी. नहर
आधुनिकीकरण योजना, एस. आर. बी. सी. संपर्क नहर, भीम एल. आई. स्कीम, गुरु
राघवेन्द्र स्वामी एल. आई. स्कीम और सिंगुर परियोजना।
श्री राम सागर परियोजना और वसमधारा, श्री सेलम दाई शाखा नहर, येरुलू जलाशय परियोजना, गोदावरी डेल्टा प्रणाली आदि बहुउद्धेशीय परियोजना पर कार्य चल रहा है।
यह देश का पहला राज्य है जिसमे सिचाई साधनों के प्रबंधन में किसानो को भी भागीदार बनाया है।
यह देश का पहला राज्य है जिसमे सिचाई साधनों के प्रबंधन में किसानो को भी भागीदार बनाया है।
राज्य
की महत्वपूर्ण बिजली परियोजनाए है - नागार्जुन सागर और नीलम संजीव रेड्डी
सागर (श्री सेलम पन बिजली परियोजना), ऊपरी सिलेरू, निचला सिलेरू, तुंगभद्र
पन बिजली परियोजना, नेल्लूर रामागुंदम, कोठागुदम, विजयवाडा और मडडआनुर ताप
बिजली परियोजना।
हुसैन सागर झील (हैदराबाद) में जिब्राल्टर रॉक पर बुद्ध की सबसे विशाल प्रतिमा स्थापित है।
हुसैन सागर झील (हैदराबाद) में जिब्राल्टर रॉक पर बुद्ध की सबसे विशाल प्रतिमा स्थापित है।
हैदराबाद इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी,
इंजीनियरिंग कंसल्टेंसी सिटी (एच. आई. टी. ई. सी.) एशिया में अपने क़िस्म
का सबसे बड़ा सुचना टेक्नोलॉजी केंद्र है। इसकी स्थापना 28 अप्रैल 1977 को
हैदराबाद में की गयी थी।
हैदराबाद
में चारमिनार, सालारजंग संग्राहलय और गोलकुंडा किला, वारंगल में सहस्त्र
स्तम्भ और किला, यादागिरीगुट्टा में श्री लक्ष्मी नरसिम्हा स्वामी मंदिर,
नागार्जुनकोंडा और नागार्जुन सागर में बौद्धस्तूप , तिरुमाला-तिरुपति में
श्री वेंकटेश्वर मंदिर, श्री सालेम का श्रीमल्लिकार्जुन स्वामी मंदिर,
विजयवाडा का कनक दुर्गा मंदिर, अन्नावरण में श्री सत्यनारायण स्वामी मंदिर
सिंघचालम में श्री वराह नरसिंह स्वामी मंदिर, भद्राचलम में श्री सीताराम
मंदिर (Sita Ram Mandir) तथा हर्सले पहाडिया और अराकूघाती आदि आंध्र प्रदेश के महत्वपूर्ण
पर्यटन स्थल है।
हैदराबाद
की हुसैन सागर झील में बुद्ध पूर्णिमा परियोजना के अंतर्गत, प्रमुख तेलगु
महापुरुषो की 33 आदमकद मुर्तिया लगायी गयी है तथा झील के मध्य में
जिब्राल्टर चट्टान पर 60 फुट की विशाल बुद्ध प्रतिमा लगायी गयी है। यही
चट्टान हैदराबाद और सिकंदराबाद शेहरो को अलग करती है।
राज्य के हैदराबाद और सिकंदराबाद शहर देश में जुड़वाँ शहर के नाम से विख्यात है।
कुचिपुड़ी राज्य का शास्त्रीय नृत्य है।
कुचिपुड़ी राज्य का शास्त्रीय नृत्य है।
राज्य के लोक संगीत एवं नृत्य इस प्रकार है -
खोंड
का मयूर नृत्य, कोंडा का आम्र नृत्य, अराकू घाटी का दिमसा नृत्य, गोंड़का
गौसदी नृत्य, सीडी नृत्य, तापेता गोंदलू, युरुमुली (थंडर) नृत्य, बुट्टा
बोमलाता, गोरावायालू, गैरेज (बर्तन) नृत्य, वीरा नाट्यम (बहादुरी का
नृत्य), कोलातम, चीराताला भाजाना, दाथु नृत्य, बाघ नृत्य, गोभी नृत्य, अश्व
नृत्य, करुवा नृत्य, विधि भागवतम। देश में खोजे गए 13 बौद्ध स्थलों में से दो एस राज्य में स्थित है जिनमे एक अमरावती व दूसरा नागार्जुन्कोंदा में है। आचार्य विनोबा भावे ने इस राज्य के तेलंगाना क्षेत्र से भूदान आंदोलन की शुरुवात की थी।
Thanks sir for this useful knowledge in Hindi
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